AZAD VIP NEWS
जौनपुर (सिकरारा) से रिपोर्ट:
जनपद जौनपुर के सिकरारा पावर हाउस के एसडीओ और जेई की घोर लापरवाही इन दिनों ग्रामीणों के लिए "काल" बन चुकी है। पूरे क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति लगातार बाधित है — दिन हो या रात, बिजली का नामोनिशान नहीं है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि पिछले 5 दिनों से सिकरारा थाना परिसर तक की बिजली व्यवस्था ठप पड़ी है, जिससे महिला पुलिस कर्मी और अन्य स्टाफ गर्मी से बेहाल हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि जब उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों — एसडीओ और जेई — से संपर्क करने का प्रयास किया, तो उनके मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिले। यह लापरवाही न केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी से भागना है, बल्कि जनता के साथ धोखा भी है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घोषित ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 22 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा सिकरारा क्षेत्र में मज़ाक बन कर रह गया है। यहां गांवों में मुश्किल से 4 से 5 घंटे ही बिजली मिल पा रही है, वह भी कई बार कट-कट कर आती है।
ग्रामीणों का कहना है कि पावर हाउस के अधिकारी झूठे बहानों और तकनीकी खराबी की आड़ में लोगों को लगातार गुमराह कर रहे हैं। इससे आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है — न पढ़ाई हो पा रही, न खेती के उपकरण चल रहे, न ही घरों में पंखे-कूलर।
प्रमुख सवाल:
आखिर क्यों नहीं हो रही है जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई?
कब सुधरेगा सिकरारा पावर हाउस?
क्या योगी सरकार इस लापरवाही का संज्ञान लेकर कोई सख्त कदम उठाएगी?
जनता अब जवाब चाहती है, बहाने नहीं।
रिपोर्ट : प्रधान प्रमुख संपादक आजाद यादव जौनपुर उत्तर प्रदेश